प्रेरक प्रसंग । Hindi motivational story
सच्चा सौदा
बालक नानक ने माँ से कहा- - 'माँ! मैं सौदा करके आ गया।" माँ ने पूछा- "कौन सा सौदा ? तुम्हारे पास तो कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा।" नानक बोले- "सामान वाला सौदा तो संसार के लोग करते हैं। उस संसार के सौदे के लिए सामान की आवश्यकता नहीं पड़ती और वही सौदा करके मैं आया हूँ।'' "कैसे?" सारे रुपयों का अनाज गरीबों में बाँट आया। वे बहुत भूखे थे, माँ! मुझसे उनकी भूख देखी नहीं गई।" माँ बोली- "घर का काम तो किसी तरह चल जाएगा, तू ठीक करके आया ।" माँ ने बेटे को सच्चे सौदे के लिए दाद दी। यही नानक बड़े होकर श्री गुरु नानकदेव बने । सिख धर्म का आदिप्रवर्तक उन्हीं को माना जाता है।
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