Hindi Motivational Story

कर्म का जिम्मेदार कौन 

जीवन में जो भी अच्छा या बुरा घटता है क्या परमात्मा उसके जिम्मेदार हैं?

उत्तर- किसी के जीवन में कोई अनहोनी घटना या असफलता हाथ लगती है तो वो तुरंत इसका दोषारोपण भगवान पर देता है और कोसने लगता है।

क्या हम जानते हैं कि हमारे द्वारा पूर्व जन्मों में किये गए अच्छे बुरे कर्म ही हमारे भावी जन्मों में घटित होते हैं। ईश्वर ने हमें विवेक बुद्धि दी है कि कौन से कर्म धर्मसंगत हैं जिन्हें करने से पुण्य या सुख की प्राप्ति होती है और कौन से कर्म अधर्म सम्मत है जिससे पाप में वृद्धि होती है।

जैसे यदि हमारे हाथ में चाकू है तो हम उसका उपयोग फल सब्जी सुधारने मे कर सकते हैं, लेकिन जब दुर्बुद्धि होती होगी तो उसी चाकू से अपना हाथ भी काट सकते हैं। परमात्मा विवेक देकर हमें स्वतंत्र छोड़ दिए कि आप उसका उपयोग कैसे कर सकते हैं।

यदि बैंक में हमारे खाते में 1000 रु. है आप 1000 रु. तक ही निकाल सकते हैं इससे अधिक नहीं। तो क्या हम मैनेजर को कोसेंगे। नहीं न। तो भला ईश्वर को हम क्यों कोसते हैं. हमारे द्वारा संचित कर्म के अनुरूप ही हमें उसका प्रतिफल मिलता है।

इसलिए हमें शास्त्र सम्मत विवेकपूर्ण कार्यों को करना चाहिए जो धर्मसम्मत है। 

 

Comments

Popular Posts